नाइजीरिया
के एक गांव पर हालिया हमले के पीछे आतंकवादी समूह बोको हराम का हाथ माना जा
रहा है, जिसमें मंगलवार 09 जून को कम से कम 81 लोग मारे गए थे।
जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी
नाईजिरिया, शुक्रवार, 12 जून 2020 (सी.एन.आ.): नाइजीरिया के एक गांव पर हालिया हमले के पीछे आतंकवादी समूह बोको हराम का हाथ माना जा रहा है, जिसमें मंगलवार 09 जून को कम से कम 81 लोग मारे गए थे।
स्थानीय समाचारों के अनुसार, नाईजिरिया के बॉर्नो प्रान्त स्थित फादूमा कोलोम्दी गाँव में हमले से बच निकले एक व्यक्ति ने कहा कि आतंकवादियों ने मांग की कि गांववासी अपने हथियारों को उनके सिपुर्द कर दें तथा हमले से पहले उन्हें उपदेश देने की पेशकश की। व्यक्ति ने बताया कि उन्होंने लोगों को इकट्ठा किया और कहा कि वे एक धार्मिक उपदेश देना चाहते थे, इसलिये हम अपने हथियार उनके सिपुर्द कर दें, किन्तु इसके कुछ ही क्षणों बाद उन्होंने गोलियाँ चलाना शुरु कर दी, बच्चों और महिलाओं को भी नहीं छोड़ा।
बॉर्नो प्रान्त के राज्यपाल बाबागाना ज़ूलुम ने गाँववासियों की रक्षा के लिये नाईजिरियाई सेना से हस्तक्षेप का आग्रह किया है। बुधवार को गाँववासियों की भेंट कर उन्होंने कहा कि इस्लामिक दल बोको हरम क्रमबद्ध ढंग से नाईजिरिया के गाँवों पर हमला करता आया है। उन्होंने कहा, "पिछले साल, गाजीराम में भी लगभग इतने ही लोग मारे गए थे और अब फिर से हमला किया गया है। यह बर्बर है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।"
नाइजीरियाई सेना के एक प्रवक्ता ने बुधवार को एक बयान में कहा कि यह हमला बोको हरम और इस्लामिक स्टेट पश्चिम अफ्रीकी प्रांत (ISWAP) द्वारा किया गया था, और "अपराधियों को ट्रैक कर, उन्हें गिरफ्तार या बेअसर करने" के लिए कार्रवाई ज़रूर की जाएगी।
इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर सिविल लिबर्टीज एंड रूल ऑफ लॉ (इन्टरसिटी) नामक मानवाधिकार संगठन द्वारा विगत 15 मई को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में अब तक 600 से अधिक ख्रीस्तीय मारे गये हैं। ईसाइयों को मार डाला जाता है या आग के हवाले कर दिया जाता है, उनके खेतों को भस्म कर दिया जाता है, तथा पुरोहितों एवं गुरुकल छात्रों को अपहरण और फिरौती के लिये निशाना बनाया जाता है।
नाईजिरिया, शुक्रवार, 12 जून 2020 (सी.एन.आ.): नाइजीरिया के एक गांव पर हालिया हमले के पीछे आतंकवादी समूह बोको हराम का हाथ माना जा रहा है, जिसमें मंगलवार 09 जून को कम से कम 81 लोग मारे गए थे।
स्थानीय समाचारों के अनुसार, नाईजिरिया के बॉर्नो प्रान्त स्थित फादूमा कोलोम्दी गाँव में हमले से बच निकले एक व्यक्ति ने कहा कि आतंकवादियों ने मांग की कि गांववासी अपने हथियारों को उनके सिपुर्द कर दें तथा हमले से पहले उन्हें उपदेश देने की पेशकश की। व्यक्ति ने बताया कि उन्होंने लोगों को इकट्ठा किया और कहा कि वे एक धार्मिक उपदेश देना चाहते थे, इसलिये हम अपने हथियार उनके सिपुर्द कर दें, किन्तु इसके कुछ ही क्षणों बाद उन्होंने गोलियाँ चलाना शुरु कर दी, बच्चों और महिलाओं को भी नहीं छोड़ा।
81 लोग मारे गये, 13 घायल हो गये
गाँव पर हुआ हमला लगभग छः घण्टों तक चला जिसमें 81 लोग मारे गये, 13 घायल हो गये तथा गाँव के नेता सहित सात लोगों का अपहरण कर लिया गया। जाते समय आतंकवादी सैकड़ों गायों और भैंसों को भी लेकर चले गये।बॉर्नो प्रान्त के राज्यपाल बाबागाना ज़ूलुम ने गाँववासियों की रक्षा के लिये नाईजिरियाई सेना से हस्तक्षेप का आग्रह किया है। बुधवार को गाँववासियों की भेंट कर उन्होंने कहा कि इस्लामिक दल बोको हरम क्रमबद्ध ढंग से नाईजिरिया के गाँवों पर हमला करता आया है। उन्होंने कहा, "पिछले साल, गाजीराम में भी लगभग इतने ही लोग मारे गए थे और अब फिर से हमला किया गया है। यह बर्बर है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।"
नाइजीरियाई सेना के एक प्रवक्ता ने बुधवार को एक बयान में कहा कि यह हमला बोको हरम और इस्लामिक स्टेट पश्चिम अफ्रीकी प्रांत (ISWAP) द्वारा किया गया था, और "अपराधियों को ट्रैक कर, उन्हें गिरफ्तार या बेअसर करने" के लिए कार्रवाई ज़रूर की जाएगी।
ईसाईयों के खिलाफ हिंसा
नाइजीरिया में हत्याओं और अपहरण की एक निरंतर श्रृंखला में उक्त हमला नवीनतम है, जो प्रायः देश की ईसाई आबादी के खिलाफ इस्लामवादी समूह द्वारा किया जाता है। विगत सप्ताह ही नाईजिरिया के उत्तरपूर्व क्षेत्र के एक गाँव में एक ख्रीस्तीय पादरी एवं उनकी गर्भवती पत्नी को बर्बरतापूर्वक मार डाला गया था।इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर सिविल लिबर्टीज एंड रूल ऑफ लॉ (इन्टरसिटी) नामक मानवाधिकार संगठन द्वारा विगत 15 मई को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में अब तक 600 से अधिक ख्रीस्तीय मारे गये हैं। ईसाइयों को मार डाला जाता है या आग के हवाले कर दिया जाता है, उनके खेतों को भस्म कर दिया जाता है, तथा पुरोहितों एवं गुरुकल छात्रों को अपहरण और फिरौती के लिये निशाना बनाया जाता है।
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