संत पापा
फ्राँसिस ने सभी विश्वासियों को याद दिलाया कि 24 जून को हम संत योहन
बपतिस्ता का जन्म दिन मनाते हैं। संत पापा ने सभी को ईश्वर के करीब आने के
लिए आमंत्रित किया।
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, बुधवार 24 जून 2020 (वाटिकन न्यूज) : बुधवार 24 जून को संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन के प्रेरितिक भवन के पुस्तकालय में आम दर्शन समारोह को जारी रखते हुए सभी श्रोताओं को अपना संदेश दिया। इसके उपरांत संत पापा ने इटालियन श्रोताओं का अभिवादन कर उन्हें कलीसिया द्वारा निर्धारित संत योहन बपतिस्ता के जन्म दिन की याद दिलाई।
संत पापा ने कहा, "आज संत योहन बपतिस्ता का जन्मदिन समारोह है।" आइए, हम उनसे सीखें जो येसु के अग्रदूत थे और सामर्थ्य के साथ सुसमाचार की गवाही देने की क्षमता रखते थे, हम अपने मतभेदों से परे, सद्भाव और मित्रता को बनाए रखते हुए, विश्वास की उद्घोषणा कर सकें।”
संत पापा ने स्पानी भाषा बोलने वाले श्रोताओं को अपने संबोधन में यह भी कहा कि, संत योहन बपतिस्ता और राजा दाऊद दोनों जानते थे कि सच्चे ईश्वर के प्रति लोगों का ध्यान कैसे खींचना है।
उन्होंने प्रार्थना की कि उनका उदाहरण सभी विश्वासियों के लिए प्रोत्साहन का स्रोत बने, ताकि "हम प्रार्थना के माध्यम से ईश्वर की मित्रता की तलाश कर सकें और हमारा उदाहरण ईश्वर को अपने विश्वासियों के बीच और सभी विश्वासी पुरुषों और महिलाओं को ईश्वर तक तक लाने में मददगार साबित हो।"
सृष्टि की सुंदरता में ईश्वर
उत्तरी गोलार्ध में वर्तमान समशीतोष्ण मौसम की ओर अपने विचारों को मोड़ते हुए, संत पापा फ्राँसिस ने उम्मीद जताई कि गर्मी का मौसम "ईश्वर की उत्कृष्ट रचना में ईश्वर को ढँढ़ने, चिंतन करने और महसूस करने का सुन्दर अवसर हो।"
उन्होंने प्रार्थना की कि कोविद -19 संकट के बावजूद, छुट्टियों का मौसम "आराम का एक शांतिपूर्ण समय, सृष्टी की सुंदरता का आनंद लेने और हमारे तथा ईश्वर के बीच संबंधों को मजबूत करने का समय हो।"
वाटिकन सिटी, बुधवार 24 जून 2020 (वाटिकन न्यूज) : बुधवार 24 जून को संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन के प्रेरितिक भवन के पुस्तकालय में आम दर्शन समारोह को जारी रखते हुए सभी श्रोताओं को अपना संदेश दिया। इसके उपरांत संत पापा ने इटालियन श्रोताओं का अभिवादन कर उन्हें कलीसिया द्वारा निर्धारित संत योहन बपतिस्ता के जन्म दिन की याद दिलाई।
संत पापा ने कहा, "आज संत योहन बपतिस्ता का जन्मदिन समारोह है।" आइए, हम उनसे सीखें जो येसु के अग्रदूत थे और सामर्थ्य के साथ सुसमाचार की गवाही देने की क्षमता रखते थे, हम अपने मतभेदों से परे, सद्भाव और मित्रता को बनाए रखते हुए, विश्वास की उद्घोषणा कर सकें।”
संत पापा ने स्पानी भाषा बोलने वाले श्रोताओं को अपने संबोधन में यह भी कहा कि, संत योहन बपतिस्ता और राजा दाऊद दोनों जानते थे कि सच्चे ईश्वर के प्रति लोगों का ध्यान कैसे खींचना है।
उन्होंने प्रार्थना की कि उनका उदाहरण सभी विश्वासियों के लिए प्रोत्साहन का स्रोत बने, ताकि "हम प्रार्थना के माध्यम से ईश्वर की मित्रता की तलाश कर सकें और हमारा उदाहरण ईश्वर को अपने विश्वासियों के बीच और सभी विश्वासी पुरुषों और महिलाओं को ईश्वर तक तक लाने में मददगार साबित हो।"
सृष्टि की सुंदरता में ईश्वर
उत्तरी गोलार्ध में वर्तमान समशीतोष्ण मौसम की ओर अपने विचारों को मोड़ते हुए, संत पापा फ्राँसिस ने उम्मीद जताई कि गर्मी का मौसम "ईश्वर की उत्कृष्ट रचना में ईश्वर को ढँढ़ने, चिंतन करने और महसूस करने का सुन्दर अवसर हो।"
उन्होंने प्रार्थना की कि कोविद -19 संकट के बावजूद, छुट्टियों का मौसम "आराम का एक शांतिपूर्ण समय, सृष्टी की सुंदरता का आनंद लेने और हमारे तथा ईश्वर के बीच संबंधों को मजबूत करने का समय हो।"
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